Wednesday, May 30, 2012
Tuesday, May 29, 2012
31 मई को भारत बंद की तैयारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने बैठक की
31 मई को भारत बंद की तैयारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने बैठक की।
कटक : 31 मई को भारत बंद की तैयारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने बैठक की। कटक नगर जिला भाजपा की ओर से आयोजित इस बैठक में कटक नगर भाजपा अध्यक्ष ललाटेंदु बडु अध्यक्षता किये। बैठक में भाजपा के राज्य महासचिव नयन किशोर महांती , राज्य उपाध्यक्ष नयन रंजन प्रसाद, भाजपा नेता रवि मिश्र, शाक्य सिंह, जिला उपाध्यक्ष नंद नेवा, मिलन बडु, सचिव अन्नदा दास, युवा मोर्चा के अध्यक्ष लिंगराज हाति, प्राज्ञा पारमिता, स्वामतिमा व कई कार्यकर्ता व नेता शामिल हुए।
ओड़िशा में पकड़ाया मणिपुर का आतंकवादी
ओड़िशा में पकड़ाया मणिपुर का आतंकवादी
भुवनेश्वर :visakeo- मणिपुर का आतंकवादी संगठन पिपुल्स लिब्रेशन आर्मी(पीएल) के कैप्टन इम्बो लिम्नो आंसेस उर्फ आंगो को ओड़िशा पुलिस ने नई दिल्ली के नेशनल इंटेलीजेंस एजेंसी (एनआइए) की सहायता से गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआइए द्वारा फरार आंगो की गतिविधिओं को मोबाइल के जरिए ट्रेकिंग किया जा रहा था। ओड़िशा के बरहमपुर में होने की सूचना मिलते ही इसे ओड़िशा पुलिस के एक विशेष दस्ते ने धर दबोचा। सोमवार देर रात उसे अपने कब्जे में लेकर पुलिस द्वारा एनआइए टीम को इसकी सूचना दे गई है। मणिपुर में चल रहे जन आंदोलन पीएलए को मणिपुर सरकार द्वारा गैर कानूनी संगठन करार दिया गया है। इसके बारे में ओड़िशा पुलिस को ज्यादा कुछ जानकारी नहीं है
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए श्रीक्षेत्र में समन्वय कमेटी की तीसरी बैठक सोमवार को हुई
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए श्रीक्षेत्र में समन्वय कमेटी की तीसरी बैठक सोमवार को हुई
पुरी,visakeo
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए श्रीक्षेत्र में समन्वय कमेटी की तीसरी बैठक सोमवार को हुई। बैठक में निर्णय के अनुसार सिंहद्वार से गुण्डिचा मंदिर तक स्नानपूर्णिमा से नीलाद्री विजे के मध्य बड़़दांड में मांस बिक्री पर रोक लगा दिया गया है। इसके अलावा बड़दांड के पार्श्व में मौजूद असुरक्षित मकानों पर किसी को भी चढ़ने नहीं दिया जाएगा। रथयात्रा के10 दिन पहले उक्त मकानों को सील कर दिया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी। इसका विरोध करने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ फौजदारी मामला दायर किया जाएगा। बैठक में नगर विकास विभाग सम्पूर्ण रूप से विफल होने के सवाल पर नगर विकास मंत्री शारदा नायक ने कहा कि हम समीक्षा कर रहे हैं। पुरी परिमल के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के समीक्षा से पहले अधिकांश काम पूरा हो जाएगा। रथयात्रा से पहले भक्तों के यातायात के लिए 25 सिटी बस चलाई जाएंगी। कानून मंत्री श्री आरूख ने रथयात्रा को शांति संपन्न कराने के लिए सभी से सहयोग मांगा है। कानून मंत्री विक्रम केशरी आरुख की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पंचायतीराज मंत्री महेश्वर महान्ति, नगर विकास मंत्री शारदा नायक, परिवहन मंत्री संजीव साहू, केन्द्रांचल राजस्व आयुक्त तथा श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक डा.अरविन्द कुमार पाढ़ी, आइजी अरुण राय, जिलाधिकारी अरविन्द अग्रवाल, श्रीमंदिर के नीति प्रशासक देवी प्रसाद पंडा, नगरपालिका अध्यक्ष शांतिलता प्रधान समेत विभिन्न विभाग के राज्य व जिला स्तर के पदाधिकारी उपस्थित थे।
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए श्रीक्षेत्र में समन्वय कमेटी की तीसरी बैठक सोमवार को हुई। बैठक में निर्णय के अनुसार सिंहद्वार से गुण्डिचा मंदिर तक स्नानपूर्णिमा से नीलाद्री विजे के मध्य बड़़दांड में मांस बिक्री पर रोक लगा दिया गया है। इसके अलावा बड़दांड के पार्श्व में मौजूद असुरक्षित मकानों पर किसी को भी चढ़ने नहीं दिया जाएगा। रथयात्रा के10 दिन पहले उक्त मकानों को सील कर दिया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर एक कमेटी बनाई जाएगी। इसका विरोध करने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ फौजदारी मामला दायर किया जाएगा। बैठक में नगर विकास विभाग सम्पूर्ण रूप से विफल होने के सवाल पर नगर विकास मंत्री शारदा नायक ने कहा कि हम समीक्षा कर रहे हैं। पुरी परिमल के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के समीक्षा से पहले अधिकांश काम पूरा हो जाएगा। रथयात्रा से पहले भक्तों के यातायात के लिए 25 सिटी बस चलाई जाएंगी। कानून मंत्री श्री आरूख ने रथयात्रा को शांति संपन्न कराने के लिए सभी से सहयोग मांगा है। कानून मंत्री विक्रम केशरी आरुख की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पंचायतीराज मंत्री महेश्वर महान्ति, नगर विकास मंत्री शारदा नायक, परिवहन मंत्री संजीव साहू, केन्द्रांचल राजस्व आयुक्त तथा श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक डा.अरविन्द कुमार पाढ़ी, आइजी अरुण राय, जिलाधिकारी अरविन्द अग्रवाल, श्रीमंदिर के नीति प्रशासक देवी प्रसाद पंडा, नगरपालिका अध्यक्ष शांतिलता प्रधान समेत विभिन्न विभाग के राज्य व जिला स्तर के पदाधिकारी उपस्थित थे।
200 गायों को कसाइयों से बचाया बजरंग दल
200 गायों को कसाइयों से बचाया बजरंग दल
ब्रजराजनगर,visakeo
बजरंग दल की ब्रजराजनगर शाखा के सदस्यों ने सोमवार की आधी रात को ओडि़शा-छत्तीसगढ़ की सीमा पर कनकठोरा के पास छत्तीसगढ़ के दलालों द्वारा कसाइयों के पास ले जाई जा रही 200 से अधिक गायों को बचाने में सफलता हासिल की।
जानकारी के अनुसार बजरंग दल की स्थानीय शाखा को सोमवार की देर रात में छत्तीसगढ़ की गौ सुरक्षा समिति द्वारा सूचित किया गया कि कुछ दलाल 200 से अधिक गायें छत्तीसगढ़ से कनकतोरा होते हुए सुंदरगढ़ जिले के सर्गीपाली पशु-बाजार ले जा रहे हैं इन गायों को कसाइयों को ब्रिकी जाएगा एवं तदुपरांत इन गायों को कटने के लिए कोलकाता भेजे जाने की व्यवस्था की जाएगी। यह खबर पाकर बजरंग दल के सदस्यों के कान खड़े हो गए एवं आधी रात में अंकिम दास के नेतृत्व में बुलू गरुड़, तुषार गरडि़या, सुनील मंदोदरी तथा चूड़ामणि हिरमा इत्यादि सदस्यों ने आनन-फानन में कनकतोरा पहुंच कर सैकड़ों गायों को अपने कब्जे में कर लिया। बजरंग दल के सदस्यों के घेराबंदी देखकर दलाल गायों को छोड़कर वहां से फरार हो गए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रात में गायों को झारसुगुड़ा, ब्रजराजनगर तथा संबलपुर स्थित गौशाला में ले जाना संभव न होने पाने के कारण रात को गायों को पास के काली मंदिर के मैदान में रखा गया, ताकि अगले दिन मंगलवार को इन गायों को विभिन्न गौ शालाओं में भेजा जा सके। रात में ही मामले की सूचना कनकतरा पुलिस चौकी को भी दे दी गई थी। इन गायों में से अनेक गाय जंगल में भाग गई थी एवं कुछ गायें उनके मालिक ले गए एवं 38 बची गायों को गोशाला पहुंचाने का काम बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा आज मंगलवार को किया गया।
बजरंग दल की ब्रजराजनगर शाखा के सदस्यों ने सोमवार की आधी रात को ओडि़शा-छत्तीसगढ़ की सीमा पर कनकठोरा के पास छत्तीसगढ़ के दलालों द्वारा कसाइयों के पास ले जाई जा रही 200 से अधिक गायों को बचाने में सफलता हासिल की।
जानकारी के अनुसार बजरंग दल की स्थानीय शाखा को सोमवार की देर रात में छत्तीसगढ़ की गौ सुरक्षा समिति द्वारा सूचित किया गया कि कुछ दलाल 200 से अधिक गायें छत्तीसगढ़ से कनकतोरा होते हुए सुंदरगढ़ जिले के सर्गीपाली पशु-बाजार ले जा रहे हैं इन गायों को कसाइयों को ब्रिकी जाएगा एवं तदुपरांत इन गायों को कटने के लिए कोलकाता भेजे जाने की व्यवस्था की जाएगी। यह खबर पाकर बजरंग दल के सदस्यों के कान खड़े हो गए एवं आधी रात में अंकिम दास के नेतृत्व में बुलू गरुड़, तुषार गरडि़या, सुनील मंदोदरी तथा चूड़ामणि हिरमा इत्यादि सदस्यों ने आनन-फानन में कनकतोरा पहुंच कर सैकड़ों गायों को अपने कब्जे में कर लिया। बजरंग दल के सदस्यों के घेराबंदी देखकर दलाल गायों को छोड़कर वहां से फरार हो गए। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रात में गायों को झारसुगुड़ा, ब्रजराजनगर तथा संबलपुर स्थित गौशाला में ले जाना संभव न होने पाने के कारण रात को गायों को पास के काली मंदिर के मैदान में रखा गया, ताकि अगले दिन मंगलवार को इन गायों को विभिन्न गौ शालाओं में भेजा जा सके। रात में ही मामले की सूचना कनकतरा पुलिस चौकी को भी दे दी गई थी। इन गायों में से अनेक गाय जंगल में भाग गई थी एवं कुछ गायें उनके मालिक ले गए एवं 38 बची गायों को गोशाला पहुंचाने का काम बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा आज मंगलवार को किया गया।
Monday, May 28, 2012
राष्ट्र सेविका समिति का प्रशिक्षण शिविर संपन्न
राष्ट्र सेविका समिति का प्रशिक्षण शिविर संपन्न

राष्ट्र सेविका समिति का प्रशिक्षण शिविर संपन्न
भुवनेश्वर vsk राष्ट्र सेविका समिति के ओड़िशा शाखा की ओर से आयोजित प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में अखिल भारतीय राष्ट्र सेविका समिति की सह-संपादक सुलभा ताई देश पांड़े मुख्य अतिथि की रूप में उपस्थित थीं। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति की उपेक्षा करने वाला समाज पतन की ओर जाता है। नारी शक्ति का युगों-युगों से बोलबाला रहा है। भारतीय समाज में नारी शक्ति को सदैव सम्मान का स्थान दिया गया है।


Saturday, May 26, 2012
बालुंकेश्वर बाबा की बारात नगर परिक्रमण
बालुंकेश्वर बाबा की बारात नगर परिक्रमण
संबलपुर, vsk
शुक्रवार की आधी रात के बाद निकली भगवान शिव की बारात भव्य बारात के साथ माता पार्वती के द्वार पर पहुंची और शुभ लग्न में रीति रिवाज के साथ देव दंपति का विवाह संपन्न हो गया। भगवान शिव की इस भव्य बारात में देश-प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए सात हजार से अधिक सांस्कृतिक कलाकार और किन्नरों की टोली शामिल रही। देव दंपति के इस अलौकिक विवाह के बाद शनिवार की आधी रात भगवान शिव और माता पार्वती भव्य शोभायात्रा के साथ मंदिर वापसी के लिए निकलेंगे। देव दंपति के इस युगल दर्शन और भव्य शोभायात्रा को देखने संबलपुर में लाखों का जन-सभागम हो चुका है। शनिवार की रात और रविवार की शाम तक अगर मौसम का मिजाज ठिकठाक रहा और तापमान कम हुआ तो दर्शनर्थियों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है। गौरतलब है कि शुक्रवार का दिन संबलपुर देश का सर्वाधिक तपता शहर रहा। बावजूद इसके देव दंपति के विवाहोत्सव में लाखों लोग जुटे।
शुक्रवार की आधी रात नंदपाड़ा के बम बराड़ बालुंकेश्वर बाबा की बारात नगर परिक्रमण करते बस्ती स्थित मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला पहुंची, जबकि झाडुआपाड़ा के लोकनाथ बाबा की बारात कमली बाजार स्थित पाटणेश्वरी कल्याण मंडप, मोदी पाड़ा के जागेश्वर बाबा की बारात दानीपाली, बड़ाबाजार के शीतलेश्वर बाबा की बारात लक्ष्मी टाकिज चौक के निकटस्थ ठाकुरपाड़ा के गुप्तेश्वर बाबा की बारात अईठापाली, दुर्गापाली के गुंडेश्वर बाबा की बारात पटनायकपाड़ा, बुढ़ाराजा के पहाड़ेश्वर बाबा की बारात कल्याण नगर और बालीबंधा के सोमनाथ बाबा की बारात मोदीपाड़ी पहुंची। भगवान शिव की बारात मंडप तक पहुंचने के बाद माता पार्वती के धर्मपिता-धर्ममाता और उनके परिवारवालों ने बारातियों को स्वागत कर मंडप तक ले गए, जहां शुभ लग्न में यह अलौकिक विवाह संपन्न रहा।
भगवान शिव के इस बारात शोभायात्रा में किन्नरों समेत पारंपरिक संबलपुरी नृत्य, असम का बिहु, राजस्थान का घूमर औश्र कालबेलिया, बिहार का नौटंकी, छत्तीसगढ़ का दंडपाठ का दर्पण नृत्य, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के छऊ नृत्य अन्य दल शामिल रहे। देव दंपति की वापसी शोभायात्रा में विभिन्न झांकियों का प्रदर्शित किया जाएगा।
शुक्रवार की आधी रात के बाद निकली भगवान शिव की बारात भव्य बारात के साथ माता पार्वती के द्वार पर पहुंची और शुभ लग्न में रीति रिवाज के साथ देव दंपति का विवाह संपन्न हो गया। भगवान शिव की इस भव्य बारात में देश-प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए सात हजार से अधिक सांस्कृतिक कलाकार और किन्नरों की टोली शामिल रही। देव दंपति के इस अलौकिक विवाह के बाद शनिवार की आधी रात भगवान शिव और माता पार्वती भव्य शोभायात्रा के साथ मंदिर वापसी के लिए निकलेंगे। देव दंपति के इस युगल दर्शन और भव्य शोभायात्रा को देखने संबलपुर में लाखों का जन-सभागम हो चुका है। शनिवार की रात और रविवार की शाम तक अगर मौसम का मिजाज ठिकठाक रहा और तापमान कम हुआ तो दर्शनर्थियों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है। गौरतलब है कि शुक्रवार का दिन संबलपुर देश का सर्वाधिक तपता शहर रहा। बावजूद इसके देव दंपति के विवाहोत्सव में लाखों लोग जुटे।
शुक्रवार की आधी रात नंदपाड़ा के बम बराड़ बालुंकेश्वर बाबा की बारात नगर परिक्रमण करते बस्ती स्थित मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला पहुंची, जबकि झाडुआपाड़ा के लोकनाथ बाबा की बारात कमली बाजार स्थित पाटणेश्वरी कल्याण मंडप, मोदी पाड़ा के जागेश्वर बाबा की बारात दानीपाली, बड़ाबाजार के शीतलेश्वर बाबा की बारात लक्ष्मी टाकिज चौक के निकटस्थ ठाकुरपाड़ा के गुप्तेश्वर बाबा की बारात अईठापाली, दुर्गापाली के गुंडेश्वर बाबा की बारात पटनायकपाड़ा, बुढ़ाराजा के पहाड़ेश्वर बाबा की बारात कल्याण नगर और बालीबंधा के सोमनाथ बाबा की बारात मोदीपाड़ी पहुंची। भगवान शिव की बारात मंडप तक पहुंचने के बाद माता पार्वती के धर्मपिता-धर्ममाता और उनके परिवारवालों ने बारातियों को स्वागत कर मंडप तक ले गए, जहां शुभ लग्न में यह अलौकिक विवाह संपन्न रहा।
भगवान शिव के इस बारात शोभायात्रा में किन्नरों समेत पारंपरिक संबलपुरी नृत्य, असम का बिहु, राजस्थान का घूमर औश्र कालबेलिया, बिहार का नौटंकी, छत्तीसगढ़ का दंडपाठ का दर्पण नृत्य, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के छऊ नृत्य अन्य दल शामिल रहे। देव दंपति की वापसी शोभायात्रा में विभिन्न झांकियों का प्रदर्शित किया जाएगा।
गुरु अर्जन देव की शहीदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्र
गुरु अर्जन देव की शहीदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम
राउरकेला,vsj
सिख पंथ के पांचवें गुरु अर्जन देव की शहीदी पर शुक्रवार को शहर के सिख समुदाय एवं विभिन्न सेवाभावी संगठनों की ओर से मुख्य मार्ग समेत विभिन्न गली व चौराहों पर लोगों के बीच ठंडा पानी, शर्बत तथा चना आदि का प्रसाद बांटा गया। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पांचवें गुरु अर्जन देव की शहीदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। परंपरा अनुसार श्रद्धालुओं के बीच मीठा पानी और चने का प्रसाद बांटा गया। ऐसा मानना है कि जब मुगल शासक के हाथों गुरु अर्जन देव शहीद हुए थे तब गर्मी का समय था। लोग भूख प्यास से व्याकुल थे। उन्हें तृप्त करने के लिए पानी व चने का प्रसाद बांटा गया था। तब से यह परंपरा चली आ रही है कि लोगों को दूध व ठंडा पानी पिलाया जाये ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले। लोग अपने घरों, चौक चौराहों में अपने अपने ढंग से यह सेवा करते हैं। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में शुक्रवार की सुबह कीर्तन, सुखमनी साहेब का पाठ एवं पानी चने का प्रसाद बांटा गया। दोपहर 11 बजे तक यहां यह कार्यक्रम चला।
सिटी सुपर बाजार के निकट टैक्सन क्लब की ओर से लोगों के बीच मीठा पानी व चना बांटा गया। इसमें सरबजीत सिंह, कांके सिंह, पाली सिंह, बिल्ले सिंह, सोनू सिंह, जीतू सिंह, अवतार सिंह, जोनी सिंह, जोगेन्द्र सिंह, सन्नी सिंह, अखिलेश सिंह, वंटी सिंह, बिट्टू सिंह, टिंकू सिंह, डिडे पाजी आदि ने अहम भूमिका निभाई। नया बस स्टैंड शिव मंदिर, टैंपो स्टैंड, होटल रेनुमेनु, होटल चंद्रलोक, नागपुर गली, होटल मौर्या, उदितनगर पेट्रोल पंप, बिसरा चौक में श्रद्धालुओं के बीच चना, शर्बत बांटा गया।
सिख पंथ के पांचवें गुरु अर्जन देव की शहीदी पर शुक्रवार को शहर के सिख समुदाय एवं विभिन्न सेवाभावी संगठनों की ओर से मुख्य मार्ग समेत विभिन्न गली व चौराहों पर लोगों के बीच ठंडा पानी, शर्बत तथा चना आदि का प्रसाद बांटा गया। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पांचवें गुरु अर्जन देव की शहीदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। परंपरा अनुसार श्रद्धालुओं के बीच मीठा पानी और चने का प्रसाद बांटा गया। ऐसा मानना है कि जब मुगल शासक के हाथों गुरु अर्जन देव शहीद हुए थे तब गर्मी का समय था। लोग भूख प्यास से व्याकुल थे। उन्हें तृप्त करने के लिए पानी व चने का प्रसाद बांटा गया था। तब से यह परंपरा चली आ रही है कि लोगों को दूध व ठंडा पानी पिलाया जाये ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले। लोग अपने घरों, चौक चौराहों में अपने अपने ढंग से यह सेवा करते हैं। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में शुक्रवार की सुबह कीर्तन, सुखमनी साहेब का पाठ एवं पानी चने का प्रसाद बांटा गया। दोपहर 11 बजे तक यहां यह कार्यक्रम चला।
सिटी सुपर बाजार के निकट टैक्सन क्लब की ओर से लोगों के बीच मीठा पानी व चना बांटा गया। इसमें सरबजीत सिंह, कांके सिंह, पाली सिंह, बिल्ले सिंह, सोनू सिंह, जीतू सिंह, अवतार सिंह, जोनी सिंह, जोगेन्द्र सिंह, सन्नी सिंह, अखिलेश सिंह, वंटी सिंह, बिट्टू सिंह, टिंकू सिंह, डिडे पाजी आदि ने अहम भूमिका निभाई। नया बस स्टैंड शिव मंदिर, टैंपो स्टैंड, होटल रेनुमेनु, होटल चंद्रलोक, नागपुर गली, होटल मौर्या, उदितनगर पेट्रोल पंप, बिसरा चौक में श्रद्धालुओं के बीच चना, शर्बत बांटा गया।
भजन सम्राट भिकारी बल का 83 जन्म उत्सव
भजन सम्राट भिकारी बल का 83 जन्म उत्सव
कटक, vsk
भिकारी बल स्मृति संसद की ओर से भजन सम्राट भिकारी बल का 83 जन्म उत्सव कटक श्रीरामचन्द्र भवन में शुक्रवार शाम को मनाया गया। उत्कल साहित्य समाज के अध्यक्ष डॉ रत्नाकर चइनी के अध्यक्षता में चले इस उत्सव में विधायक देवाशीष सामन्तराय, पूर्व सांसद अनादि साहू, विश्व भारती शांति निकेतन के पूर्व प्रो. डॉ वैष्णव चरण सामल प्रमुख अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।
इस मौके पर अतिथियों ने भिकारी बल जयंती को भक्ति दिवस के तौर पर मनाने के लिए आम लोगों से आह्वान किए। उत्सव में स्मृति संसद के सचिव डॉ सुनामणि राउत संपादकीय विवरण पढ़े जिसमें भिकारी बल के नाम से एक रास्ता एवं काठजोड़ी किनारे नव निर्मित पार्क को उनके नाम से नामित करने के लिए मांग किए। उत्सव के दौरान भजन सम्राट के लोकप्रिय भजन को पेश किया गया।
भिकारी बल स्मृति संसद की ओर से भजन सम्राट भिकारी बल का 83 जन्म उत्सव कटक श्रीरामचन्द्र भवन में शुक्रवार शाम को मनाया गया। उत्कल साहित्य समाज के अध्यक्ष डॉ रत्नाकर चइनी के अध्यक्षता में चले इस उत्सव में विधायक देवाशीष सामन्तराय, पूर्व सांसद अनादि साहू, विश्व भारती शांति निकेतन के पूर्व प्रो. डॉ वैष्णव चरण सामल प्रमुख अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।

शक्तिपीठ में हुई पहली बैठक में शहर की 90 सक्रिय महिला व पुरुष सदस्य शामिल हुए
शक्तिपीठ में हुई पहली बैठक में शहर की 90 सक्रिय महिला व पुरुष सदस्य शामिल हुए
राउरकेला, vsk
दिव्य साधना लोक शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में मां गायत्री शक्तिपीठ सेक्टर-2 में दो दशक बाद गठित नये ट्रस्ट बोर्ड का गठन हुआ है। शक्तिपीठ में हुई पहली बैठक में शहर की 90 सक्रिय महिला व पुरुष सदस्य शामिल हुए। शांतिकुंज के दिशा निर्देश अनुसार परिजनों की नई कमेटी गठित की गई एवं ज्ञान प्रकाश गांव गांव तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया।
व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण व राष्ट्र निर्माण के तहत नव युग निर्माण के लिए हर गांव में कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का निर्णय इसमें लिया गया। बैठक में मुख्य ट्रस्टी रवि नारायण पंडा, राजेश राजगडि़या, नित्यानंद दास, सुरेन्द्र अग्रवाल, प्रभात दास उपस्थित थे। इस मौके पर शक्तिपीठ की प्रधान कमेटी, देवालय प्रबंध कमेटी, कानून व वित्त विभाग, आंदोलन प्रबंध कमेटी का गठन किया गया। इसमें प्रशांत नायक, सुशांत कुमार, विचित्रानंद स्वाई, एसएन मित्र, दीप जायसवाल, लालसागर चौहान, फूलो देवी, पुष्पा देवी, दौलती देवी, प्रज्ञामित्र, नीलम सिंह, विवेकानंद सिंह, पीके राय, राममोहन साहू आदि सक्रिय सदस्य शामिल किये गये हैं। गायत्री परिवार के किसी सदस्य को रक्त की जरूरत होने पर हर हालत में रक्त की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। जिले भर के गायत्री परिवार के सदस्यों का पंजीकरण व सूचि तैयार की जायेगी। वेद मूर्ति श्रीराम शर्मा आचार्य के सद्साहित्य को हर घर तक पहुंचाने झोला पुस्तक अभियान चलाने पर जोर दिया गया। नारी जागरण, शिक्षा जागरण को विशेष अभियान चलाया जायेगा इसकी जिम्मेदारी कल्पना साहू, निर्मला सिंह, मंजू अग्रवाल, फूलो देवी आदि को सौंपी गई है। नशा निवारण के लिए योगाचार्य अजय शर्मा, शिक्षा आंदोलन के लिए दिगर बाबू, विचित्रा स्वाई व राममोहन साहू को कार्यभार दिया गया है।
दिव्य साधना लोक शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में मां गायत्री शक्तिपीठ सेक्टर-2 में दो दशक बाद गठित नये ट्रस्ट बोर्ड का गठन हुआ है। शक्तिपीठ में हुई पहली बैठक में शहर की 90 सक्रिय महिला व पुरुष सदस्य शामिल हुए। शांतिकुंज के दिशा निर्देश अनुसार परिजनों की नई कमेटी गठित की गई एवं ज्ञान प्रकाश गांव गांव तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया।
व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण व राष्ट्र निर्माण के तहत नव युग निर्माण के लिए हर गांव में कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का निर्णय इसमें लिया गया। बैठक में मुख्य ट्रस्टी रवि नारायण पंडा, राजेश राजगडि़या, नित्यानंद दास, सुरेन्द्र अग्रवाल, प्रभात दास उपस्थित थे। इस मौके पर शक्तिपीठ की प्रधान कमेटी, देवालय प्रबंध कमेटी, कानून व वित्त विभाग, आंदोलन प्रबंध कमेटी का गठन किया गया। इसमें प्रशांत नायक, सुशांत कुमार, विचित्रानंद स्वाई, एसएन मित्र, दीप जायसवाल, लालसागर चौहान, फूलो देवी, पुष्पा देवी, दौलती देवी, प्रज्ञामित्र, नीलम सिंह, विवेकानंद सिंह, पीके राय, राममोहन साहू आदि सक्रिय सदस्य शामिल किये गये हैं। गायत्री परिवार के किसी सदस्य को रक्त की जरूरत होने पर हर हालत में रक्त की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। जिले भर के गायत्री परिवार के सदस्यों का पंजीकरण व सूचि तैयार की जायेगी। वेद मूर्ति श्रीराम शर्मा आचार्य के सद्साहित्य को हर घर तक पहुंचाने झोला पुस्तक अभियान चलाने पर जोर दिया गया। नारी जागरण, शिक्षा जागरण को विशेष अभियान चलाया जायेगा इसकी जिम्मेदारी कल्पना साहू, निर्मला सिंह, मंजू अग्रवाल, फूलो देवी आदि को सौंपी गई है। नशा निवारण के लिए योगाचार्य अजय शर्मा, शिक्षा आंदोलन के लिए दिगर बाबू, विचित्रा स्वाई व राममोहन साहू को कार्यभार दिया गया है।
संकीर्तन शोभायात्रा महानगर परिक्रमा
संकीर्तन शोभायात्रा महानगर परिक्रमा
राज्य पर्यटन व संस्कृति विभाग ओड़िशा संगीत नाटक एकेडमी व निखिल उत्कल संकीर्तन महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय रवींद्र मंडप में शुक्रवार को शुरू हुआ जो रविवार तक चलेगा। ओड़िशा के दासकाठिया, पाला, लोकनृत्य एवं लोक नाटक जैसे संकीर्तन कला भी भिन्न है। अभ्यास के जरिए ही सुंदर संकीर्तन प्रस्तुत किया जा सकता है, वह मणिपुर के संकीर्तन मंडली से सीखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक संकीर्तन को काफी पसंद करते हैं। यहां तक कि संकीर्तन कलाकारों को कलाकार भत्ता प्रदान किए जाने की बात संकीर्तन महोत्सव के उद्घाटन उत्सव में भाग लेते हुए राज्य संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रफुल्ल सामल ने कही है। उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में पधारे एकाम्र विधायक अशोक पंडा ने कहा कि श्री चैतन्य के ओड़िशा आगमन से पहले भी यहां संकीर्तन था। क्योंकि उनका स्वागत करने को उस समय कटक के गड़गड़िया घाट पर 72 संकीर्तन दल पहुंचे थे, जिसे देख चैतन्य खुश दिखे और उसी दिन इस स्थान को गड़गड़िया घाट के नाम से जाने जाने लगा। उत्सव के प्रारंभ में गंजाम जिला खलीकोट भुवनेश्वर,vsk

के भास्कर दास एवं उनके साथियों ने राधाकृष्ण के प्रेम पर आधारित संकीर्तन पेश किया। इस दल में नौ सदस्यों ने श्री चैतन्य की तरह अभिनय कर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद संबलपुर, रेढाखोल से आए उत्सव प्रधान एवं उनके साथियों ने संकीर्तन प्रस्तुत किया। मणिपुर इंफाल से आए बालू एवं उनके साथियों ने सबसे आकर्षण संकीर्तन प्रस्तुत किया। मणिपुर के इन कलाकारों द्वारा प्रस्तुत संकीर्तन दर्शकों को खूब पसंद आया। इससे पहले एक संकीर्तन शोभायात्रा स्थानीय राममंदिर से निकलकर महानगर परिक्रमा करते हुए रवीन्द्र मंडप पहुंची।

के भास्कर दास एवं उनके साथियों ने राधाकृष्ण के प्रेम पर आधारित संकीर्तन पेश किया। इस दल में नौ सदस्यों ने श्री चैतन्य की तरह अभिनय कर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद संबलपुर, रेढाखोल से आए उत्सव प्रधान एवं उनके साथियों ने संकीर्तन प्रस्तुत किया। मणिपुर इंफाल से आए बालू एवं उनके साथियों ने सबसे आकर्षण संकीर्तन प्रस्तुत किया। मणिपुर के इन कलाकारों द्वारा प्रस्तुत संकीर्तन दर्शकों को खूब पसंद आया। इससे पहले एक संकीर्तन शोभायात्रा स्थानीय राममंदिर से निकलकर महानगर परिक्रमा करते हुए रवीन्द्र मंडप पहुंची।
आकाश नामक मिसाइल ने पायलट विहीन विमान लक्ष्य पर सटिक निशाना साध
आकाश नामक मिसाइल ने पायलट विहीन विमान लक्ष्य पर सटिक निशाना साध
बालेश्वर,vsk
चांदीपुर के आईटीआर लंचिंग सेंटर 3 से शनिवार दोपहर 11:10 बजे आकाश नामक मिसाइल ने पायलट विहीन विमान लक्ष्य पर सटिक निशाना साधते हुए उसे जमीन से करीब 18 किमी. की ऊंचाई पर मार गिराया है।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे पायलट विहीन विमान लक्ष्य को सबसे पहले हवा में उड़ाया गया। उसके करीबन 10 मिनट बाद आकाश नामक मिसाइल को आकाश नामक सम्पूर्ण स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित जमीन से हवा में मार करने वाले कम दूरी के प्रक्षेपास्त्र आकाश को हवा दागा गया। करीब 5.8 मीटर लम्बा, 35 सेमी. चौड़ा एवं 720 किग्रा. वजन का यह मिसाइल 55 किग्रा. वजन तक विस्फोटक ढोने की ताकत तथा 35 किमी. तक मार करने की क्षमता रखता है। आज जमीन से करीब 18 किमी. की ऊंचाई पर आकाश नामक मिसाइल ने लक्ष्य नामक पीटीए पर सटीक निशाना के तहत हवा में ही मार गिराया। यहां उल्लेखनीय है कि आकाश नामक मिसाइल का सबसे पहला परीक्षण चांदीपुर में ही सन् 1999 में किया गया था तथा 2007 में वायु सेना की ओर से लगातार 10 बार इस मिसाइल का प्रायोगिक परीक्षण किया गया था। इस वर्ष सन् 2012में मई के आखिरी सप्ताह में आकाश नामक मिसाइल का करीब आधा दर्जन से ज्यादा बार परीक्षण किए जाने की सम्भावना है, जिसके तहत तीन बार यह मिसाइल पीटीए लक्ष्य पर निशाना साधेगा, तथा तीन बार हवा में उड़ाए गए पैरासुट पर आकाश नामक मिसाइल निशाना साधेगा। आज परीक्षण के मौके पर वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों समेत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एवं आईटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिक मौजूद थे। सूत्रों की माने तो एक दिन के अंतराल के बाद इसका परीक्षण संभव है। इससे पहले गुरुवार को इसका सफल परीक्षण किया गया था।
चांदीपुर के आईटीआर लंचिंग सेंटर 3 से शनिवार दोपहर 11:10 बजे आकाश नामक मिसाइल ने पायलट विहीन विमान लक्ष्य पर सटिक निशाना साधते हुए उसे जमीन से करीब 18 किमी. की ऊंचाई पर मार गिराया है।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे पायलट विहीन विमान लक्ष्य को सबसे पहले हवा में उड़ाया गया। उसके करीबन 10 मिनट बाद आकाश नामक मिसाइल को आकाश नामक सम्पूर्ण स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित जमीन से हवा में मार करने वाले कम दूरी के प्रक्षेपास्त्र आकाश को हवा दागा गया। करीब 5.8 मीटर लम्बा, 35 सेमी. चौड़ा एवं 720 किग्रा. वजन का यह मिसाइल 55 किग्रा. वजन तक विस्फोटक ढोने की ताकत तथा 35 किमी. तक मार करने की क्षमता रखता है। आज जमीन से करीब 18 किमी. की ऊंचाई पर आकाश नामक मिसाइल ने लक्ष्य नामक पीटीए पर सटीक निशाना के तहत हवा में ही मार गिराया। यहां उल्लेखनीय है कि आकाश नामक मिसाइल का सबसे पहला परीक्षण चांदीपुर में ही सन् 1999 में किया गया था तथा 2007 में वायु सेना की ओर से लगातार 10 बार इस मिसाइल का प्रायोगिक परीक्षण किया गया था। इस वर्ष सन् 2012में मई के आखिरी सप्ताह में आकाश नामक मिसाइल का करीब आधा दर्जन से ज्यादा बार परीक्षण किए जाने की सम्भावना है, जिसके तहत तीन बार यह मिसाइल पीटीए लक्ष्य पर निशाना साधेगा, तथा तीन बार हवा में उड़ाए गए पैरासुट पर आकाश नामक मिसाइल निशाना साधेगा। आज परीक्षण के मौके पर वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों समेत रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एवं आईटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिक मौजूद थे। सूत्रों की माने तो एक दिन के अंतराल के बाद इसका परीक्षण संभव है। इससे पहले गुरुवार को इसका सफल परीक्षण किया गया था।
संतोषी मां मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्स
संतोषी मां मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्स
राउरकेला, vsk
सेक्टर-6 स्थित श्री श्री संकटेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्री श्री संतोषी मां मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्सव के परिप्रेक्ष्य में विविध धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के अवसर पर पंच कुंडीय विश्व शांति महायज्ञ भी आयोजित किया गया है। शनिवार को विश्व शांति महायज्ञ में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी है।
विश्व शांति महायज्ञ की पूर्व संध्या में शुक्रवार की शाम महिलाओं से कलश शोभायात्रा निकालने के बाद यज्ञ स्थल पर कलश की स्थापना की गई। जिसके बाद शनिवार की सुबह से पंच कुंडीय विश्व शांति महायज्ञ का शुभारंभ विधि-विधान के साथ किया गया। इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में भक्तों ने शामिल होकर हवन-पूजन में भाग लिया। इस अंवसर पर भक्तों के लिए प्रसाद सेवन की व्यवस्था भी की गई थी। यह पावन कार्यक्रम मंदिर के संस्थापक ंवैष्णवचरण दास, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सहदेव पाल, महासचिव वैशाख सुना, सलाहकार धरम सिंह दीप, घनश्याम सुना, सदस्य अनूप कुमार, मक्सिर सुना, भक्त नंद, सुनाधर कुंभार, मनोज बाग, महेश्वर बाग आदि की देखरेख में किया जा रहा है। इसके समेत पूजा-अर्चना में उपेंद्र नाग, विरंची महानंद तथा कुमारी नाग की ओर से सक्रिय योगदान के साथ सहयोग किया जा रहा है।
सेक्टर-6 स्थित श्री श्री संकटेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्री श्री संतोषी मां मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्सव के परिप्रेक्ष्य में विविध धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के अवसर पर पंच कुंडीय विश्व शांति महायज्ञ भी आयोजित किया गया है। शनिवार को विश्व शांति महायज्ञ में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी है।
विश्व शांति महायज्ञ की पूर्व संध्या में शुक्रवार की शाम महिलाओं से कलश शोभायात्रा निकालने के बाद यज्ञ स्थल पर कलश की स्थापना की गई। जिसके बाद शनिवार की सुबह से पंच कुंडीय विश्व शांति महायज्ञ का शुभारंभ विधि-विधान के साथ किया गया। इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में भक्तों ने शामिल होकर हवन-पूजन में भाग लिया। इस अंवसर पर भक्तों के लिए प्रसाद सेवन की व्यवस्था भी की गई थी। यह पावन कार्यक्रम मंदिर के संस्थापक ंवैष्णवचरण दास, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सहदेव पाल, महासचिव वैशाख सुना, सलाहकार धरम सिंह दीप, घनश्याम सुना, सदस्य अनूप कुमार, मक्सिर सुना, भक्त नंद, सुनाधर कुंभार, मनोज बाग, महेश्वर बाग आदि की देखरेख में किया जा रहा है। इसके समेत पूजा-अर्चना में उपेंद्र नाग, विरंची महानंद तथा कुमारी नाग की ओर से सक्रिय योगदान के साथ सहयोग किया जा रहा है।
शिव-पार्वती विवाह
शिव-पार्वती विवाह
कटक,vsk
शीतल षष्ठी के चलते कटक शहर में मौजूद विभिन्न शिवालयों में शुक्रवार को उत्सव का माहौल बना रहा है। दिन भर शिव-पार्वती विवाह को तमाम तैयारियां की गई, जबकि शाम के समय भगवान शिव का एक विशाल शोभायात्रा मंदिर परिसर से निकलकर शहर परिक्रमा करते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची, जहां पर माता पार्वती का विवाह विधि पूर्वक हुआ। मंदिर परिचालन कमेटी के कुछ कार्यकर्ता जिसमें भगवान शिव व पार्वती के माता पिता के तौर पर उपस्थित रहकर विवाह कार्य सम्पन्न किए। इस अनोखे आध्यात्मिक कार्यक्रम को देखने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ कटक के विभिन्न शिवालयों में देखने को मिली। कटक बक्सी बाजार स्थित अमरेश्वर मंदिर, सअंत साही स्थित नीलकण्ठेश्वर मंदिर, महानदी तट में मौजूद गड़गड़ेश्वर मंदिर, अन्दरपुर में मौजूद स्वपनेश्वर आदि कई मंदिरों में शीतल षष्ठी पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर को इस मौके पर सजाया गया था। इस विवाह उत्सव में भाग लेकर श्रद्धालु प्रसाद सेवन किए
शीतल षष्ठी के चलते कटक शहर में मौजूद विभिन्न शिवालयों में शुक्रवार को उत्सव का माहौल बना रहा है। दिन भर शिव-पार्वती विवाह को तमाम तैयारियां की गई, जबकि शाम के समय भगवान शिव का एक विशाल शोभायात्रा मंदिर परिसर से निकलकर शहर परिक्रमा करते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची, जहां पर माता पार्वती का विवाह विधि पूर्वक हुआ। मंदिर परिचालन कमेटी के कुछ कार्यकर्ता जिसमें भगवान शिव व पार्वती के माता पिता के तौर पर उपस्थित रहकर विवाह कार्य सम्पन्न किए। इस अनोखे आध्यात्मिक कार्यक्रम को देखने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ कटक के विभिन्न शिवालयों में देखने को मिली। कटक बक्सी बाजार स्थित अमरेश्वर मंदिर, सअंत साही स्थित नीलकण्ठेश्वर मंदिर, महानदी तट में मौजूद गड़गड़ेश्वर मंदिर, अन्दरपुर में मौजूद स्वपनेश्वर आदि कई मंदिरों में शीतल षष्ठी पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर को इस मौके पर सजाया गया था। इस विवाह उत्सव में भाग लेकर श्रद्धालु प्रसाद सेवन किए
यज्ञ की पूर्णाहुति
यज्ञ की पूर्णाहुति
ब्रजराजनगर,vsk
कोताबगा कीर्तन मंडली हरिजनपाड़ा द्वारा आयोजित एवं पिछले तीन दिनों से जारी अष्टप्रहरी नामयज्ञ का कल आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। शुक्रवार शाम को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ नाम यज्ञ का समापन हुआ। गांव के मीनेकतन कुमार एवं श्रीमती रमा कुमार ने कार्य का दायित्व निभाया।
इस नामयज्ञ में अनेकों कीर्तन मंडलियों ने अंश ग्रहण किया, जिनमें दरलीपाली, राजपुर, जमेरा, तलीबहाल, रामपुर, पतरापाली, सागरपाली, ईटाभट्टा, चूनाभट्टा इत्यादि जगहों की कीर्तन मंडलियां शामिल हैं। बड़ी संख्या में महिलाओं सहित आसपास के गांवों के लोगों ने इस यज्ञ में शिरकत की। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले एवं पिछले 25 वर्षो से जारी इस नामयज्ञ के सफल आयोजन में स्थानीय पार्षद विजय कुमार, संजय छरिया, तेजराज कांटा, हृषिकेश तांती, डोन छुरिया, दोलामणि तांती, राकेश छुरिया, बबलू तांती आदि की अहम भूमिका रही।
कोताबगा कीर्तन मंडली हरिजनपाड़ा द्वारा आयोजित एवं पिछले तीन दिनों से जारी अष्टप्रहरी नामयज्ञ का कल आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ। शुक्रवार शाम को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ नाम यज्ञ का समापन हुआ। गांव के मीनेकतन कुमार एवं श्रीमती रमा कुमार ने कार्य का दायित्व निभाया।
इस नामयज्ञ में अनेकों कीर्तन मंडलियों ने अंश ग्रहण किया, जिनमें दरलीपाली, राजपुर, जमेरा, तलीबहाल, रामपुर, पतरापाली, सागरपाली, ईटाभट्टा, चूनाभट्टा इत्यादि जगहों की कीर्तन मंडलियां शामिल हैं। बड़ी संख्या में महिलाओं सहित आसपास के गांवों के लोगों ने इस यज्ञ में शिरकत की। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले एवं पिछले 25 वर्षो से जारी इस नामयज्ञ के सफल आयोजन में स्थानीय पार्षद विजय कुमार, संजय छरिया, तेजराज कांटा, हृषिकेश तांती, डोन छुरिया, दोलामणि तांती, राकेश छुरिया, बबलू तांती आदि की अहम भूमिका रही।
Friday, May 25, 2012
पेट्रोल पर सुलगी राजनीति
पेट्रोल पर सुलगी राजनीति
पेट्रोल पर सुलगी राजनीति
नई दिल्ली। पेट्रोल की कीमत में बुधवार मध्यरात्रि से हुई वृद्धि के खिलाफ लोगों का गुस्सा गुरुवार को सड़कों पर फूटा। इसके खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन हुए। लोगों ने जगह-जगह सड़कों पर उतरकर अपने गुस्से का इजहार किया और केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका। कीमतों में इजाफे के विरोध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [राजग] और वाम दलों ने 31 मई को भारत बंद का अलग-अलग आह्वान किया है।
छोटे-बड़े लगभग सभी शहरों में लोगों ने सड़कों पर उतरकर इस वृद्धि का विरोध किया। विरोधी दल ही नहीं केंद्र में कांग्रेस के सहयोगियों ने भी इसके खिलाफ रैली निकाली और मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग की।
कोलकाता में तो तृणमूल कांग्रेस ने रेल मंत्री मुकुल रॉय के नेतृत्व में एक विशाल जूलुस निकाला। रॉय की अगुवाई में इस विरोध रैली ने करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय की।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की श्रमिक शाखा भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र [सीटू] ने कोलकाता और जिलाधिकारी कार्यालयों के बाहर विरोध-प्रदर्शन का आट्ठान किया।
मूल्य वृद्धि के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] के कार्यकर्ताओं ने धर्मतल्ला इलाके में और हावड़ा ब्रिज पर सड़कों पर अवरोध खड़े किए।
मुंबई ही नहीं पूरे महाराष्ट्र में लोग सड़कों पर उतरे। राज्य के कई भागों में लोगों ने पुतले जलाए गए और सड़कों पर अवरोध खड़े किए गए। कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी [राकांपा] ने भी मूल्य-वृद्धि वापस लेने की मांग की है।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान मुंबई, औरंगाबाद, अहमदनगर, सतारा एवं सांगली सहित अन्य जगहों पर वाहनों के टायर एवं पुतले जलाए गए और लोगों ने अपना विरोध जताने के लिए सड़कों पर यातायात बाधित किया।
राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष मधुकर पिचाड़ ने कहा कि पेट्रोल के दाम में हुई यह वृद्धि बहुत ज्यादा है। इसे वापस लिया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति की सांस्कृतिक इकाई के उपाध्यक्ष गुरु एस. नायर ने पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर निराशा जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा।
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित अन्य क्षेत्रों में भी लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के बैनर तले व्यापारियों ने लखनऊ के लालबाग इलाके में मूल्य वृद्धि के खिलाफ रैली निकाली। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला भी जलाया। लखनऊ की तरह दूसरे शहरों में भी व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
प्रदर्शन के दौरान पुतला जलाने के क्रम में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में भारतीय जनता पार्टी की एक नेता झुलस गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट [एलडीएफ] और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कोल्लम में प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी बस में आग लगा दी। सड़कों पर सार्वजनिक वाहन बहुत कम देखे गए, जिसका असर सरकारी एवं निजी दफ्तरों में कर्मचारियों की उपस्थिति पर भी पड़ा।
कोच्चि और इदुक्की में दुकानें बंद रहीं। रबड़ और चाय बगानों के कर्मचारी भी विरोधस्वरूप काम पर नहीं गए। इस बीच, मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी को पत्र लिखकर मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग की।
जम्मू एवं कश्मीर में भी लोगों ने पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का विरोध किया। नाराज प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इससे राज्य में बाजार तथा अन्य क्षेत्रों की सेवाओं पर असर होगा। राज्य में ऑटो रिक्शा चालकों में भी इससे बेहद नाराजगी है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी मूल्य वृद्धि पर असंतोष जताया। उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि पेट्रोल पम्प कर्मचारी : साहब कितने का डालूं? ग्राहक : दो-चार रुपये का कार के ऊपर छिड़क दे भाई आग लगानी है।
ओडिशा में भाजपा की युवा शाखा की प्रदेश इकाई ने मोटरसाइकिल रैली निकाली और विभिन्न पेट्रोल पम्प के सामने प्रदर्शन किया।
सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने मूल्य वृद्धि तुरंत वापस लेने की मांग की। बीजद की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में राजभवन के समक्ष प्रदर्शन किया।
वामपंथी दलों ने पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि की घोषणा को आम आदमी पर 'बर्बर हमला' बताया है। इन दलों ने 31 मई को इसके खिलाफ प्रदर्शन करने की भी घोषणा की है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी , रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक बयान जारी कर कहा, 'हम पेट्रोल की कीमत में 7.54 रुपये तक की वृद्धि की आलोचना करते हैं। यह आम लोगों पर बर्बर हमला है, जो पहले से ही आवश्यक वस्तुओं की कीमत में वृद्धि से परेशान हैं।'
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यहां चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान 31 मई को भारत बंद के आह्वान की घोषणा की।
पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि और बढ़ती महंगाई के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 31 मई को राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। वहीं पेट्रोल कीमतों में वृद्धि के खिलाफ केरल में एलडीएफ और भाजपा ने गुरुवार को बंद का ऐलान किया है। इसका राज्य में व्यापक असर देखने को मिला। वहीं लखनऊ में भी पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए।
राजग के समन्वयक और जद यू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के सभी सहयोगियों से इस संबंध में विचार-विमर्श किया गया है। इसके लिए गठबंधन अपने अन्य सहयोगियों से भी वार्ता करेगा।
यादव ने सरकार के इस तर्क को खारिज कर दिया कि पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा की गई है क्योंकि पेट्रोल के दाम को नियंत्रण मुक्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह छलावा है। इसके खिलाफ हम 31 मई को भारत बंद करने जा रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि जब संसद का सत्र चल रहा था तब पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी की घोषणा क्यों नहीं की गई। सत्र खत्म होने के अगले ही दिन तेल कंपनियों ने ऐसा क्यों किया। यादव ने कहा कि मूल्य वृद्धि के निर्णय से सरकार ने पल्ला झाड़ लिया है। लेकिन वास्तव में ऐसा तभी होता है जब सरकार चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रपति चुनावों के बाद डीजल और एलपीजी के दामों को भी बढ़ाएगी।
जद यू प्रमुख ने आवश्यक पदार्थो की कीमतों में बढ़ोतरी रोकने में सरकार पर पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आम आदमी संप्रग सरकार की गलत नीतियों से पीड़ित है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार अमीर समर्थक है और गरीबों की उसे परवाह नहीं।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल के मूल्यों में 7.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। वहीं पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी के खिलाफ केरल में एलडीएफ और भाजपा द्वारा अलग-अलग बुलाई गई सुबह से शाम तक की हड़ताल से राज्य में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।
विभिन्न जिलों से प्राप्त सूचना के मुताबिक शहरों में दुकानें बंद रहीं और निजी बसें सड़कों पर नहीं उतरीं। पुलिस ने दावा किया कि निजी वाहन चल रहे हैं और कहीं से भी किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है।
वाम समर्थक ट्रांसपोर्ट संगठनों ने बंद का समर्थन किया है। हड़ताल से आपातकालीन सेवाएं, स्वास्थ्य, दूध आपूर्ति और मीडिया को अलग रखा गया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी पेट्रोल की बढ़ी कीमतों के विरोध में लोगों ने सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार मध्यरात्रि से हुई वृद्धि के खिलाफ गुरुवार को राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के बैनर तले व्यापारियों ने लखनऊ के लालबाग इलाके में मूल्य वृद्धि के खिलाफ रैली निकाली। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला भी जलाया। लखनऊ की तरह दूसरे शहरों में भी व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि पेट्रोल की कीमत में करीब 7.50 रुपये की वृद्धि से महंगाई और बढ़ेगी, जिससे आम आदमी का जीना दूभर हो जाएगा। उन्होंने मांग की है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार बढ़ी कीमतें तत्काल वापस ले।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर सहित कुछ शहरों में पेट्रोल मूल्यवृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
यूपीए सरकार की नीतियां पंगु हो गई हैं
मुंबई। भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को आशंका जताई कि देश में एक बार फिर आपातकाल लागू किया जा सकता है, क्योंकि यहां के मौजूदा हालात वर्ष 1974 के आपातकाल के पूर्व के दिनों जैसे ही हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेता गोपीनाथ मुंडे ने यह आशंका जताई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1974 जैसे हालात पैदा कर दिए गए हैं।
मुंडे ने कहा कि उस समय बेरोजगारी व गरीबी की समस्या थी। सरकार इन परिस्थितियों पर नियंत्रण नहीं कर पाई और उसने वर्ष 1975 में देश पर आपातकाल थोप दिया।
उन्होंने कहा कि उसी तरह की स्थिति आज भी पैदा हो गई है। सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद तथा आतंकवाद को काबू नहीं कर पा रही है। कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन भाजपा ने एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया जिसमें आरोप लगाया गया है कि यूपीए सरकार की नीतियां पंगु हो गई हैं।
प्रस्ताव में कहा गया है कि यदि आम आदमी महसूस करता है कि उसके साथ धोखा हुआ है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, औद्योगिक उत्पादन कम हो रहा है, बेरोजगारी बढ़ रही है, भ्रष्टाचार जारी है, यूपीए के कुशासन के कारण अनिश्चितता तथा निराशा बढ़ रही है तो यह भाजपा की जिम्मेदारी है कि वह लोगों की इन चिंताओं को दूर करे और पार्टी ऐसा करती रहेगी।
Chanos: Beware of China's 'epic' property bubble
Chanos: Beware of China's 'epic' property bubble
The hedge fund manager also sounded the warning bell about the outlook for Chinese inflation. "We're bearish on China's property sector and the credit sector," Chanos told CNNMoney at the Milken Institute Global Conference in Los Angeles. "This is a country that's in the middle of an epic property bubble and construction bubble that will end at some point and it won't be pleasant when it ends." Home sales began slowing last year, he said. But the problem is construction continues to outpace demand, and that can skew China's gross domestic product figures. Is China faking its economic growth? "In China's GDP calculations, they don't look at final sales, they look at production," said Chanos. "So a condo being built but not sold contributes to GDP." China has been the fastest growing emerging market, in terms of GDP. But Chanos said investors haven't been able to cash in. "The growth drivers in China have been the wealth that has been accruing to the insiders, to the state-owned enterprise, not to the Western investors," he said. To that end, China's Shanghai Composite (SHCOMP) stock market has declined 16% over the past year versus the S&P 500's (SPX) nearly 3% gain. China's hottest companies Beyond the GDP, uncertainty about China's inflationary pressure is causing Chanos some unease as well. He said if inflation is really 6% or 7% in China -- as opposed to just 4% -- that would subtract from China's overall economic growth rate. "That's why so many people worry about China hitting stall speed at 4% or 5% growth, which in the West we would love. If you factor in the real inflation, 4% or 5% might not be any growth at all," Chanos explained. So what should investors do? "Be careful investing in China based on GDP," Chanos said. "And you see it also in warnings from companies like Caterpillar (CAT, Fortune 500) that actually sell construction products. Business is down and disappointing." Soft landing or hard landing? "I don't know," said Chanos. "All I know is that this continuing model of using construction to drive economic growth is sowing the seeds of its own destruction." The best bet, he says, is to stick with the United States. "We're pretty optimistic on the U.S.," said Chanos. "I think it's the best house in a bad neighborhood." In addition to touting America's intellectual property rights and patent protection, Chanos said the United States is on the right side of the credit equation. "If you think of the pig in the python, the U.S. is the pig at the end of the snake, Europe is the pig in the middle of the snake and Asia is about to be eaten by the snake," Chanos said. "We are through most of our credit issues." http://money.cnn.com/markets |
RSS ticks on Gandhi list
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तारीख: 5/24/2012 6:21:47 PM |
The Gandhi Peace Prize, an honour named after the Father of the Nation and which carries a cash award of Rs 1 crore, has not been given since 2006 for various reasons.
The Centre is caught in a bit of a dilemma this time, too, because among the many names proposed is that of the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS).
Nothing prevents a social organisation from being given the prize. However, although the RSS has never accepted any association with Nathuram Godse, the great irony will not be lost on anyone if the organisation is chosen for an award named after Gandhi.
The RSS’s name was proposed by an MP, whose name sources declined to divulge because of the confidential nature of the selection process.
The problem for the UPA government, which normally should not have any qualms about overlooking the RSS, lies in the composition of the committee that picks the winner.
The final recipient is decided by a five-member jury that includes the leader of Opposition in the Lok Sabha, a post now held by the BJP’s Sushma Swaraj. The other members are the Prime Minister, who chairs the panel, the Chief Justice of India and two other eminent persons.
The Union culture ministry, which merely works as the administrative office, had recently forwarded a list with 65-odd names to the Prime Minister’s Office. This was the second list the ministry had sent.
“The list of nominations had been sent last year itself. The PMO had sent it back saying there were not enough nominations,” said a senior official.
The culture ministry then wrote to 1,500 individuals and institutes who can propose the names of potential recipients.
These include members of Parliament, heads of both the Houses, vice-chancellors of universities, heads of Gandhian trusts or research institutes and heads of Indian missions abroad. Heads of international peace organisations can also propose names.
The MP is thought to have proposed the RSS’s name during this round.
According to rules, the nomination for every year has to be finalised by April 30 and the award accorded by October 2, Mahatma Gandhi’s birthday or Gandhi Jayanti.
Last year, too, the Centre had to grapple with one nomination — that of Anna Hazare. The ruling UPA was then locked in a battle of nerves with the activist. Since his name could not be rejected outright, the government tried to delay the process till matters cooled down a bit, the sources said.
This year’s April 30 deadline has already passed. The last time the honour was given was seven years ago — in 2005 — when it was conferred on South African Nobel peace laureate Desmond Tutu.
Among those who figure on the ministry’s revised list are former President A.P.J. Abdul Kalam, Rajya Sabha MP Karan Singh, agricultural scientist M.S. Swaminathan, the late singer Bhupen Hazarika and Myanmarese pro-democracy leader Aung San Suu Kyi.
Past recipients include Julius Nyerere, the first President of Tanzania, in 1995, the first year the prize was awarded; the Ramakrishna Mission (1998), Baba Amte (1999), and Nelson Mandela (2000).
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